Thursday 30 April 2015

Gauri Shankar Rudraksha




Gauri Shankar Rudraksha is two rudrakshas naturally joined with each other with both the rudrakshas of equal size. One rudraksha represents Lord Shankar and the other represents Goddess Parvati. It is an effective rudraksha for marriage related problems like delayed marriage or marital disputes. It brings happiness and harmony in relations. It is also beneficial in love relationships. 

Benefits: This rudraksha is beneficial when the marriage is getting delayed due to any reason. It is also used to maintain harmonious relations between husband and wife. It would be better if both husband and wife wear the rudraksha. Couples who have not yet got married and are engaged in love relationships may also wear this rudraksha. It helps to strengthen the bond of love between the two.
Who Should Use it: Those 
  • who are facing conflicts in their marital life. 
  • who are waiting for a suitable match to get married. 
  • who are in love relationships and would like to avoid unnecessary arguments with their partner and also strengthen the bond between themselves.
How to Use it: On any Monday or monthly shivratri,

  • Rinse the Bead(s) of Rudraksha in water of Ganga
  • Apply the sandal wood paste/tilak on it. 
  • Lit insane and the lamp of Ghee.
  • Offer some white flowers to the Rudraksha.
  • Chant Panchakshari Mantra (given below) for 11 times.
  • Touch the bead with shivling and wear the rudraksha. 
Panchakshari Mantra:

 नमः शिवाये 
Om Namaha
 Shivaaye 

इस पोस्ट में मैं गौरी शंकर रुद्राक्ष के बारे में लिखने जा रहा हूँ । गौरी शंकर रुद्राक्ष में दो रुद्राक्ष एक दूसरे से प्राकृतिक रूप से जुड़े हुए होते हैं ।  ये दोनों रुद्राक्ष समान रूप से बड़े होते हैं । इनमे से एक रुद्राक्ष शंकर और दूसरा पार्वती का रूप माना जाता है । यह रुद्राक्ष वैवाहिक समस्याओं में और विवाह में देरी होने जैसी समस्याओं में बहुत फायदा करता है । यह प्रेम संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने में भी सहायता करता है । 
पहनने का फायदा: इस रुद्राक्ष को पहनने से अगर विवाह में अनावश्यक देरी हो रही हो तो उसमे फायदा होता है और विवाह जल्दी होने की संभावनाएं बनती हैं । यह रुद्राक्ष पति पत्नी के संबंधों को मधुर बनाने में सहायता करता है । इसे अगर पति और पत्नी दोनों पहने तो और भी अच्छा होगा । प्रेम सम्बन्ध प्रगाढ़ बनाने में भी यह सहायता करता है ।   

कौन पहने: ऐसे लोग :
  • जिनके वैवाहिक जीवन में तनाव चल रहा है । 
  • जो विवाह के लिए एक उपयुक्त वर या वधु की तलाश में हैं 
  • जिनका प्रेम सम्बन्ध चल रहा है और जो अपने प्रेम संबंधों में तनाव नहीं आने देना चाहते और इसे और मज़बूत करना चाहते हैं ।
पहनने की विधि: किसी भी सोमवार को या फिर मासिक शिवरात्रि को 

  •     रुद्राक्ष को गंगाजल में धो ले
  •     इसके ऊपर चन्दन का तिलक लगाएं
  •     धुप और अगरबत्ती दिखाएँ
  •     सफ़ेद रंग के फूल रुद्राक्ष को ऊपर चढ़ाएं
  •     रुद्राक्ष को दायें हाथ में लेकर ऊपर दिए हुए पंचाक्षरी मंत्र को 11 बार बोलें 
  •     रुद्राक्ष को शिवलिंग से छुआएं और रुद्राक्ष को पहन लें । 

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