Wednesday 1 April 2015

Grah Mantras of all 9 Planets (9 Grahon ke Mantra)


I am going to mention Graha Mantras of all nine planets in this post. 

You must be wondering what is the use of these mantras. These mantras can be used to strengthen or propitiate planets. If you can not afford to buy a gemstone, don't worry, reciting the corresponding mantra of the planet every day will give you the same effect as of Gemstone. In my practicalexperience, I have found mantra recitation and worship more powerful than gemstones provided, it is done by you and not by a hired person

You can also recite these mantras on the gemstones before wearing them. For example, if you are going to wear a yellow sapphire, recite the mantra of Jupiter for at least 108 times, if you are going to wear emerald, recite the mantra of Mercury and so on. To know which stone belongs to which planet, read this post.

Here are the mantras:

Planet
Mantra
How Many Times
Om Hraam Hreem Hraum Sah Suryaaye Namaha

7,000 times within 40 days
Om Shraam Shreem Shraum Sah Chandraaye Namaha

11,000 times within 40 days
Om Kraam Kreem Kraum Sah Bhaumaaye Namaha

11,000 times within 40 days
Om Braam Breem Braum Sah Budhaaye Namaha

17,000 times within 40 days
Om Graam Greem Graum Sah Gurve Namaha

19,000 times within 40 days
Om Draam Dreem Draum Sah Shukraaye Namaha

20,000 times within 40 days
Om Praam Preem Praum Sah Shanish charaaye Namaha

23,000 times within 40 days
Om Bhraam Bhreem Bhraum Sah Rahve Namaha

18,000 times within 40 days
Om Traam Treem Traum Sah Ketve Namaha
Or
Om Shraam Shreem Shraum Sah Ketve Namaha

17,000 times within 40 days

इस पोस्ट में  मैं नव ग्रहों के ग्रह मंत्र बताने जा रहा हूँ । 

आप में से कुछ लोग सोच रहे होंगे की इन मन्त्रों का क्या फायदा है । इन मन्त्रों का प्रयोग किया जाता है कमज़ोर ग्रह को शक्ति देने के लिए या फिर खराब असर देने वाले गृह को शांत करने के लिए । अगर आप के पास रत्न खरीदने के लिए पैसे नहीं है तो चिंता मत कीजिये । ग्रह का मंत्र बोलना भी उतना ही असर देगा जितना की ग्रह का रत्न । मैंने अपने अनुभव से यह निष्कर्ष निकाला है की मंत्र जप और पूजा, रत्नों से भी कहीं ज्यादा शक्तिशाली होती हैंबशर्ते आप उन्हें खुद करें और किसी पंडित इत्यादि से न करवाएं ।

 नीचे दिए हुए मन्त्रों को आप रत्न डालने से पहले भी बोल सकते हैं । उदाहरण के लिए अगर आप पुखराज डालने लगे हैं, जो ब्रहस्पति का रत्न होता है, तो ब्रहस्पति का नीचे दिया हुआ मंत्र कम से कम 108 बार पुखराज के ऊपर पढ़ कर फिर उसे डालिए, इसी तरह अगर आप पन्ना डालने लगे हैं, जो बुध का रत्न है तो पन्ने पर पहले बुध का मंत्र कम से कम 108 बार पढ़िए और फिर डालिए । इसी तरह बाकी रत्नों के लिए । कौनसा रत्न किस ग्रह का होता है यह जानने के लिए इस पोस्ट को पढ़िए ।

मंत्र इस प्रकार हैं    

ग्रह 
मंत्र 
कितनी बार 
 ह्राम ह्रीम ह्रौम सहसुर्याए नमः 
40 दिन में 7,000 बार 
 श्राम श्रीम श्रौम सहचंद्राए नमः 
40 दिन में 11,000 बार 
 क्राम क्रीम क्रौम सहभौमाए नमः 
40 दिन में 11,000 बार 
 ब्राम ब्रीम ब्रौम सहबुधाए नमः 
40 दिन में 17,000 बार 
 ग्राम ग्रीम ग्रौम सहगुरवे नमः 
40 दिन में 19,000 बार 
 द्राम द्रीम द्रौम सहशुक्राए नमः 
40 दिन में 20,000 बार 
 प्राम प्रीम प्रौम सहशनिश चराए नमः 
40 दिन में 23,000 बार 
 भ्राम भ्रीम भ्रौम सहराहवे नमः 
40 दिन में 18,000 बार 
 त्राम त्रीम त्रौम सहकेतवे नमः 
या 
 श्राम श्रीम श्रौम सहकेतवे नमः 
40 दिन में 17,000 बार 

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